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Mobile Veterinary Unit पशु बीमार है तो घबराएं नहीं, सिर्फ यह करें

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By – राजेश खण्डेलवाल
12 October 2024

राजस्थान में मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट ‘खुशहाल पशुपालक, समृद्ध राजस्थान’ पहल का हिस्सा हैं, जो केंद्र प्रायोजित योजना है। इसके माध्यम से पशुपालक के घर पर पशुओं के लिए चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराना राजस्थान सरकार की उपयोगी पहल है। इससे पशुपालकों का समय और पैसा दोनों की बचत होगी।

mobile veterinary unit

भरतपुर (राजस्थान)। पशुओं के बीमार पडऩे पर राजस्थान के पशुपालकों को घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि राजस्थान की भजनलाल सरकार ने पशुओं का इलाज पशुपालक के ही घर पर कराने का बंदोबस्त कर दिया है। इसके लिए पशुपालक को सिर्फ टोल फ्री नम्बर 1962 पर पंजीकरण कराना है। हर पंचायत समिति मुख्यालय पर उपलब्ध मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट के सफल संचालन के लिए प्रदेश मुख्यालय पर कॉल सेंटर भी बना दिया है, जिसका श्रीगणेश पिछले दिनों आगरा रोड स्थित राजस्थान राज्य पशुधन प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान में पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत व पशुपालन राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने किया।
कृषि और पशुपालन ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मूल आधार है। पशुपालन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था नियमित बनी रहती है। फसल के खराब होने या पशुधन के बीमार पडऩे पर किसान या पशुपालक का चिंतित होना स्वाभाविक है। पशुपालक के घर पर पशुओं के लिए चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराना राजस्थान सरकार की उपयोगी पहल है। इससे पशुपालकों का समय और पैसा दोनों की बचत होगी। राजस्थान में मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट ‘खुशहाल पशुपालक, समृद्ध राजस्थान’ पहल का हिस्सा हैं, जो केंद्र प्रायोजित योजना है।

पशुपालक ऐसे ले सकते हैं लाभ

मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट को घर पर बुलाने के लिए पशुपालक को टोल फ्री (हेल्पलाइन) नंबर 1962 पर कॉल कर जानकारी देनी होगी। कॉल सेंटर के सीएसओ पशुपालक के नाम, गांव, पशु एवं रोग के लक्षण आदि जानकारी प्राप्त कर सिस्टम पर दर्ज करेंगे। लक्षणों के आधार पर सिस्टम में पूर्व से संधारित डाटा अनुसार अथवा कॉल सेंटर पर उपस्थित पशु चिकित्सक की सलाह अनुसार टिकट जनरेट किया जाएगा। सूचना का एक मैसेज पशुपालक के फोन पर तथा एक मैसेज मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट के पशु चिकित्सक के फोन पर जाएगा। साथ ही विवरण पशु चिकित्सक के फोन पर उपलब्ध मोबाइल एप पर भी प्रदर्शित होगा। पशु चिकित्सक तत्काल अपॉइंटमेंट बुक करते हुए रोगी पशु के स्थान के लिए रवाना होकर मोबाइल यूनिट पशुपालक के घर पहुंचेगी।

सरकार की पहल सराहनीय

मलाह (भरतपुर) के युवा पशुपालक शेरसिंह पॉजिटिव कनेक्ट को बताते हैं कि पहले मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट और अब इसके लिए कॉल सेन्टर शुरू करना सरकार की सराहनीय पहल है। इससे पशुपालकों को काफी सहूलियत होगी। वह बताता है कि पहले बीमार पशुओं को लेकर पशु चिकित्सालय पहुंचते थे तो कई बार पशु चिकित्सक के नहीं मिलने पर काफी असुविधा होती थी। इससे समय और पैसा दोनों व्यर्थ चले जाते थे। कई बार समय पर उपचार नहीं मिलने से पशु की मौत भी हो जाती थी। इससे पशुपालक को काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता था, लेकिन अब ऐसी समस्याओं से जूझना नहीं पड़ेगा।

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हर यूनिट में पशु चिकित्सक सहित तीन का स्टॉफ

पशुपालन राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म पॉजिटिव कनेक्ट से बातचीत में बताते हैं कि राज्य में 536 मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट हैं। हर मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट में एक चिकित्सक, एक पैरावैट तथा एक ड्राइवर कम हेल्पर दवाइयां व चिकित्सा उपकरण के साथ रहेंगे। कॉल सेंटर का संचालन प्रतिदिन सुबह 8.30 से शाम 4.30 बजे तक तथा मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट का संचालन प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक होगा।
राज्यमंत्री बेढ़म बताते हैं कि मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट 24 फरवरी से काम करने लगी थी, लेकिन तब पंचायतों में कैम्प करके पशुओं का उपचार किया जा रहा था। अब मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट सीधे ही पशुपालक के घर पहुंचेगी। वे बताते हैं कि मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट निदान, उपचार, छोटी सर्जरी और नमूना संग्रह के लिए आवश्यक उपकरणों से सुसज्जित हैं। गंभीर बीमार पशुओं को पशु चिकित्सालय तक लाने की सुविधा भी उपलब्ध है।

6.86 लाख पशुपालक लाभान्वित

पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. भवानी सिंह राठौड़ ने पॉजिटिव कनेक्ट को बताया कि मोबाइल वेटिरिनरी यूनिट के माध्यम से राज्य में 16 लाख से ज्यादा शिविरों के माध्यम से करीब 27.48 लाख से अधिक पशुओं का उपचार किया गया है, जिससे लगभग 6.86 लाख पशुपालकों को लाभान्वित किया गया।

कॉल सेंटर पर शुरू हो वीडियो कॉलिंग सुविधा

पॉजिटिव कनेक्ट से बातचीत में पशुपालन विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा बताते हैं कि कॉल सेंटर का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करते हुए पशुधन और पशुपालकों को अधिक से अधिक संख्या में लाभ पहुंचाना ही योजना का मुख्य ध्येय है। वे बताते हैं कि हमारा प्रयास है कि आने वाले 6 माह में पशुपालन विभाग प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ 3 विभागों में शामिल हो। उन्होंने बताया कि कॉल सेंटर पर वीडियो कॉलिंग की सुविधा शुरू करने का सुझाव भी दिया है।

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